सामान्य तौर पर आपको जीवन बीमा कैलकुलेटर का उपयोग करने के लिए नीचे दी गयी जानकारी भरनी पड़ती है :
- पॉलिसी का नाम
- पॉलिसीधारक की उम्र
- सुनिश्चित राशि
- प्रीमियम भुगतान की आवृत्ति बीमा धन
- अवधि
- दुर्घटनाहित लाभ राइडर्स, अगर हो तो
जीवन बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर का इस्तेमाल कैसे करें?
अधिकतर जीवन बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर नीचे दिए गए तरीके से प्रीमियम की गणना करते हैं :
स्टेप 1: भावी पॉलिसी खरीदने वाले को निम्नलिखित जानकारी देनी होती है
- आवेदक की उम्र
- आवेदक का लिंग
- आवेदक के बच्चों की संख्या
- आवेदक की वार्षिक आय
- आवेदक की वैवाहिक स्थिति
स्टेप 2: पॉलिसी खरीदने वाले को पॉलिसी से अपनी अपेक्षाओं का विवरण देना पड़ता है
- पॉलिसी का नाम अथवा प्रकार
- अवधि अथवा प्रीमियम देने की अवधि
- अपेक्षित बीमा धन
- बेस प्लान में कोई अतिरिक्त राइडर जुड़वाना हो तो उसका विवरण
स्टेप 3: यह सारी जानकारी भरने में कुछ ही मिनटों का समय लगता है और सारी जानकारी देने के बाद अनुमानित प्रीमियम प्रदर्शित हो जाता है।
जीवन बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर का नमूना
प्रीमियम की गणना करना एक पेचीदा काम है और भावी ग्राहक ये काम अपने आप नहीं कर सकते। आए हम एलआईसी प्रीमियम कैलकुलेटर के उदाहरण से जीवन बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर की प्रक्रिया को समझने का प्रयास करते है।
अधिकतर प्रीमियम कैलकुलेटर के 4 से 5 क्षेत्र होते है जो आपके द्वारा चुने गए प्लान पर निर्भर करते है। एंडोमेंट प्लान के कैलकुलेटर में सबसे ज्यादा क्षेत्र होते है, इसलिए यहाँ पर इसका उदाहरण लिया जा रहा है।
- बीमा योजना का प्रकार: नई एंडोमेंट प्लान
- अवधि: 20 वर्ष
- उम्र: 38 वर्ष
- दुर्घटनाहित लाभ राइडर : हाँ
- सुनिश्चित राशि : 10 लाख रुपये
नोट : दुर्घटनहित लाभ राइडर कुछ अधिक प्रीमियम देने पर दुर्घटनहित मृत्यु का भी कवर देता है। यह राइडर एलआईसी द्वारा दिया जाता है तथा ये संभव है की अन्य बीमा प्रदाता ये बीमा कवर न प्रदान करें।
आइए अब इसके परिणाम देखते है :
- मासिक प्रीमियम : लगभग 4,250 रूपये
- त्रिमासिक प्रीमियम: लगभग 12,750 रुपये
- अर्धवार्षिक प्रीमियम : लगभग 25,235 रुपये
- वार्षिक प्रीमियम: लगभग 49,940 रुपये
जीवन बीमा कैलकुलेटर के फायदे
- प्रीमियम का अनुमान लगाने का सबसे आसान तरीका : यह बिना मानसिक गणना के देय प्रीमियम बता देता है।
- वास्तविक राशि की गणना: इसकी मदद से हम अपनी पूरी ज़िंदगी को सुरक्षित करने में लगने वाली राशि जान सकते है। इससे हमें लाइफ कवर पर होने वाले खर्च का अंदाज़ा लग जायेगा और हम अपनी वित्तीय योजना सावधानीपूर्वक बना सकेंगे।
- सटीक : यह पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक होती है इसलिए इसमें गलती की गुंजाईश काफी काम होती है।
- विभिन्न पॉलिसी की तुलना तथा उचित पॉलिसी चुनने में सहयोगी उपकरण : यह उपकरण विभिन्न टर्म इन्शुरन्स प्लानों की तुलना करने का सबसे आसान तरीका है। तुलना के माध्यम से हम यह निर्धारित कर सकते हैं की क्या चुनने योग्य है और क्या चुनने योग्य नहीं है। इससे हमे यह स्पष्ट हो जाएगा की हमारे लिए कौन सी पॉलिसी उचित है।
- टैक्स छूट: इससे आईटी अधिनिअयम की धारा 80 सी के तहत कर लाभ भी मिलता है।
जीवन बीमा प्रीमियम क्या होता है?
जीवन बीमा प्रीमियम एक ऐसी किश्त है जिसका भुगतान जीवन बीमा पॉलिसीधारक अपनी पॉलिसी के लिए एकमुश्त अथवा किश्तों में करता है। किसी भी जीवन बीमा प्लान की वैधता बीमा प्रदाता द्वारा दिये गए निर्देशों तथा पॉलिसीधारक द्वारा समय पर प्रीमियम भरने पर आधारित होती है। लगभग सभी पॉलिसीधारकों द्वारा पॉलिसी का प्रीमियम भरने के कई विकल्प दिए जाते है जैसे - वार्षिक, अर्धवार्षिक, त्रैमासिक या मासिक।
पॉलिसी प्रीमियम कई प्रकार के होते हैं और वह पॉलिसी प्लान तथा क्रेडेंटिअल्स पर निर्भर करते हैं। एक जवान तथा स्वस्थ व्यक्ति को एक बूढ़े व्यक्ति की तुलना में सामान टर्म प्लान कम प्रीमियम पर मिलेगा। उसी तरह धूम्रपान के आदि व्यक्ति से धूम्रपान न करने वाले का प्रीमियम बेहतर होगा। इसके अतिरिक्त ऐसे बहुत से ऐसे पहलु होते है जो प्रीमियम की दर तय करने में महत्त्वपूर्ण होते हैं और इसी कारण से जीवन बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर एक उपयोगी उपकरण साबित होता है।
जीवन बीमा प्रीमियम की दर तय करने वाले कारक
जीवन बीमा दर वह राशि है जो लाइफ कवर खरीदने हेतु देनी पड़ती है। जीवन बीमा प्रीमियम को तय करने बहुत से कारण होते हैं। वह कारण इस प्रकार हैं :
- निवेश से कमाई: जीवन बीमा प्रदाताओं की दृष्टि से प्रीमियम से हुई कमाई अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि प्रीमियम से प्राप्त राशि से ही जीवन बीमा क्लेम का भुगतान होता है।
- मृत्यु दर: पॉलिसीधारक की उम्र उस समूह की मृत्यु दर निर्धारित करती है। प्रीमियम तय करने में इसका बहुत बड़ा हाथ है। पॉलिसीधारक की उम्र जितनी काम होगी, पॉलिसी प्रदाताओं द्वारा उतना कम प्रीमियम दिया जाएगा। इसका प्रमुख कारण यह है कि इस उम्र में क्लेम के अवसर कम होते है।
- बीमा धन अथवा कवरेज : जितना अधिक बीमा धन होगा उतना ही अधिक प्रीमियम चुकाना होगा।
- स्वास्थ्य रिकॉर्ड तथा निजी आदतें: मद्यपता, धूम्रपान जैसी बुरी आदतें प्रीमियम को बढाती हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, जिन लोगो को मद्यपता और धूम्रपान जैसी बुरी आदतें होती हैं, उन्हें अच्छी जीवनशैली वालों से लगभग 30 से 70 प्रतिशत ज्यादा प्रीमियम भरना पड़ता है।