LIC मार्केट प्लस 1 को 5 जुलाई, 2006 को लॉन्च किया गया था, और IRDA द्वारा अनिवार्य किए जाने के बाद 30 जून, 2010 को बंद कर दिया गया कि सभी ULIP प्लान्स लाइफ कवर के साथ आएंगे।
LIC मार्केट प्लस 1 - मुख्य विशेषताएं
आइए कवर के साथ या उसके बिना LIC मार्केट प्लस 1 की विशेषताओं पर संक्षिप्त और विस्तार से देखें।
लाइफ कवर के बिना LIC मार्केट प्लस - विशेषताएं
1. मूल रूप से रिटायरमेंट के लिए डिज़ाइन किये जाने के कारण LIC मार्केट प्लस 1 इंन्शुर्ड को उस प्रीमियम को चुनने का विकल्प देता है जिसका वे भुगतान करना पसंद करते हैं। आइए विशेषताओं को और विस्तार से देखते हैं:
2. LIC मार्केट प्लस प्लान की न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष और उससे अधिक थी जबकि अधिकतम प्रवेश आयु नियमित प्रीमियम के लिए 75 वर्ष और सिंगल प्रीमियम प्लान्स के लिए 80 वर्ष थी।
3. एलआईसी मार्केट प्लस 1 के लिए न्यूनतम मेच्योरिटी आयु वह थी जब व्यक्ति ने 40 वर्ष पूरे कर लिए हों जबकि अधिकतम मेच्योरिटी आयु 85 वर्ष थी
4. LIC मार्केट प्लस में नियमित प्रीमियम का भुगतान करने वाले निवेशकों के लिए डेफेरमेंट अवधि 10 साल की और सिंगल प्रीमियम भुगतान का विकल्प चुनने वाले निवेशकों के लिए 5 साल थी।
5. कवर के बिना एक यूनिट लिंक्ड पॉलिसी होने के नाते, LIC मार्केट प्लस 1 में कोई सम एश्योर्ड नहीं था। मेच्योरिटी और डेथ बेनिफिट दोनों में केवल प्लान का फंड वैल्यू शामिल होता था।
6. भुगतान के प्रकार के आधार पर LIC मार्केट प्लस के तहत न्यूनतम प्रीमियम अलग-अलग था:
-
मासिक ECS भुगतान के लिए, नियमित प्रीमियम 15 साल और उससे अधिक की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 1,000 प्रति माह, और 10 साल से 14 साल की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 1,500 प्रति माह था। प्रीमियम केवल 250 के गुणक में हो सकते हैं
-
अन्य नियमित ECS मोड के लिए, प्रीमियम 20 साल और उससे अधिक की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 5,000 प्रति माह, 15 साल से 19 साल की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 10,000 प्रति वर्ष और 15,000 रूपये, यदि डेफेरमेंट 10 से 14 साल है। प्रीमियम केवल 250 के गुणक में हो 1,000 के गुणक में हो सकते हैं
-
LIC मार्केट प्लस के तहत 5 साल और अधिक की डेफेरमेंट अवधि के लिए न्यूनतम सिंगल प्रीमियम रुपये 30,000 था
7.निवेशक अपनी LIC मार्केट प्लस 1 की पॉलिसी अवधि के दौरान एक फंड से दूसरे में जा सकते हैं
8. LIC मार्केट प्लस निवेशकों को उनके प्लान की मेच्योरिटी पर प्रचलित वार्षिकी दरों के आधार पर एन्युटी प्राप्त होगी
9. पॉलिसीहोल्डर्स के पास अपने फंड वैल्यू के एक तिहाई हिस्से को वेस्टिंग पर देने का विकल्प होता है, जिसका लमसम के रूप में भुगतान किया जाएगा और रिड्यूस्ड अमाउंड का भुगतान एन्युटी के रूप में किया जाएगा।
10. LIC मार्केट प्लस 1 निवेशक को भारत में किसी भी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से वेस्टिंग पर कोई भी पेंशन प्लान खरीदने का विकल्प देगा। यदि इस विकल्प का उपयोग किया जाता है, तो निवेशक को अपने प्लान को वेस्टिंग करने की तारीख से कम से कम 6 महीने पहले अपने निर्णय के बारे में LIC को सूचित करना होगा
11. LIC 15 दिनों की कूलिंग ऑफ पीरियड प्रदान करता है जिसमें यदि निवेशक प्लान से संतुष्ट नहीं होता है तो प्रीमियम वापस लेनेे का विकल्प चुन सकता है
12. लोग प्लान के विरूद्ध लोन नहीं ले सकते हैं
13. 3 साल की अवधि का लॉक-इन है
विवरण
|
न्यूनतम
|
अधिकतम
|
प्रवेश आयु
|
18 साल (पिछले जन्मदिन पर)
|
रेगुलर प्रीमियम: 75 साल (जन्मदिन के सबसे करीब)
सिंगल प्रीमियम: 80 साल (जन्मदिन के सबसे करीब)
|
मैच्योरिटी आयु
|
न्यूनतम- 40 साल(पूर्ण)
|
85 साल (जन्मदिन के सबसे करीब)
|
पॉलिसी टर्म
|
5 साल
|
67 साल
|
सम एश्योर्ड
|
NIL
|
NIL
|
डिफरमेंट टर्म
|
रेगुलर प्रीमियम: 10 साल
सिंगल प्रीमियम: 5 साल
|
-
|
प्रीमियम
|
रेगुलर मंथली ECS मोड: रूपये 15 साल और अधिक के डेफेरमेंट के लिए 1,000 प्रति माह, 10 से 14 साल के डेफेरमेंट के लिए 1,500 प्रति माह
रेगुलर नॉन-मंथली ECS मोड: रूपये 20 साल और अधिक के डेफेरमेंट के लिए 5,000 प्रति माह, 15 से 19 साल के डेफेरमेंट के लिए 10,000 प्रति माह 10 से 14 साल के डेफेरमेंट के लिए 15,000 प्रति वर्ष
सिंगल प्रीमियम: रूपये 5 साल और अधिक के डेफेरमेंट के लिए 30,000
|
कोई सीमा नहीं
|
प्रीमियम के भुगतान का माध्यम
|
सिंगल प्रीमियम, रेगुलर पे
|
प्रीमियम के भुगतान की फ्रिक्वेंसी
|
ऐनुअली, हाफ इयरली, क्वाटरली, मंथली, सिंगल प्रीमियम
|
लाइफ कवर के साथ LIC मार्केट प्लस 1- विशेषताएं
लाइफ कवर बिना LIC मार्केट प्लस 1 की तरह लाइफ कवर के साथ LIC मार्केट प्लस 1 पॉलिसीहोल्डर को प्रीमियम की राशि चुनने का विकल्प देता है जिसका वह भुगतान करना चाहता है। कवर विकल्प के साथ इस LIC मार्केट प्लस 1 की विशेषताएं हैं:
1. LIC मार्केट प्लस योजना के तहत पिछले जन्मदिन पर न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष थी और अधिकतम प्रवेश आयु 65 वर्ष थी
2. LIC मार्केट प्लस 1 ने न्यूनतम मेच्योरिटी आयु 40 वर्ष (पूर्ण) और अधिकतम मेच्योरिटी आयु 75 वर्ष (जन्मदिन के सबसे करीब) की पेशकश की
3. कवर पॉलिसी के साथ LIC मार्केट प्लस मे रेगुलर प्रीमियम की न्यूनतम डेफेरमेंट अवधि 10 साल की और सिंगल प्रीमियम पेयर्स के लिए 5 साल थी।
4. LIC मार्केट प्लस के तहत न्यूनतम सम एश्योर्ड रुपये 30,000 जबकि अधिकतम सम एश्योर्ड दो डेपेंडेड पर निर्भर करता है: इन्शुर्ड की आयु और क्रिटिकल इलनेस राइडर को चुना है या नहीं चुना है
-
यदि LIC मार्केट प्लस 1 के अंतर्गत क्रिटिकल बेनिफिट को चुना गया था
-
यदि निवेश की आयु 40 साल से कम है: 10 गुना एनुअल प्रीमियम
-
यदि इंन्शुर्ड 41 साल या अधिक उम्र का था: 5 गुना एनुअल प्रीमियम
5. यदि LIC मार्केट प्लस 1 के अंतर्गत क्रिटिकल बेनिफिट को नहीं चुना गया था
-
यदि पॉलिसीहोल्डर की आयु 40 साल से कम है: 20 गुना एनुअल प्रीमियम
-
यदि निवेशक 41 साल या अधिक उम्र का था: 10 गुना एनुअल प्रीमियम
-
LIC मार्केट प्लस 1 के तहत न्यूनतम प्रीमियम पेमेंट भुगतान के माध्यम पर निर्भर करता है:
-
मासिक ECS प्रीमियम पेमेंट के मामले में, रेगुलर प्रीमियम .....के बराबर है:
-
रूपये 15 साल और उससे अधिक की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 1,000 प्रति माह,
-
रूपये 10 से 14 साल के डेफेरमेंट अवधि के लिए 1,500 प्रति माह
यह प्रीमियम केवल सकते हैं
1. मासिक ECS प्रीमियम पेमेंट के मामले में, रेगुलर प्रीमियम .....के बराबर है:
-
रूपये 20 साल और उससे अधिक की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 5,000 प्रति वर्ष,
-
रूपये 15 साल से 19 साल की डेफेरमेंट अवधि के लिए रूपये 10,000 प्रति वर्ष और
-
रूपये 15,000 रूपये, यदि डेफेरमेंट 10 से 14 साल है।
यह प्रीमियम केवल 1,000 के गुणक में हो सकते हैं
2. LIC मार्केट प्लस 1 के तहत 5 वर्ष और अधिक की डेफेरमेंट अवधि के लिए न्यूनतम सिंगल प्रीमियम रूपये 30,000 था
3. कवर के बिना LIC मार्केट प्लस प्लान की तरह निवेशक उनकी LIC मार्केट प्लस पॉलिसी को पॉलिसी अवधि के दौरान एक फंड से दूसरे में ले जा सकते हैं
4. वेस्टिंग पर, LIC मार्केट प्लस में निवेशक को प्रचलित वार्षिकी दरों के आधार पर एक एन्युटी प्राप्त होगी
5. LIC मार्केट प्लस 1 पॉलिसीहोल्डर मेच्योरिटी पर अपने फंड वैल्यू का एक तिहाई हिस्सा कम्यूट कर सकता हैं। इस कम्यूटेड राशि का लम सम के रूप भुगतान किया जाएगा और कम्यूटेशन के बाद एन्युटी को आनुपातिक रूप से कम किया जाएगा
6. LIC मार्केट प्लस 1 प्लान की मेच्योरिटी पर निवेशक को भारत में किसी भी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से कोई भी पेंशन प्लान खरीदने का विकल्प देता है। इस विकल्प का उपयोग करने का निर्णय लेने वाले किसी भी निवेशक को LIC मार्केट प्लस 1 प्लान की वेस्टिंग की तारीख से 6 महीने पहले LIC को निर्णय की सूचना देनी होगी।
7. LIC 15 दिनों की कूलिंग ऑफ पीरियड प्रदान करता है जिसमें यदि निवेशक प्लान से संतुष्ट नहीं होता है तो प्रीमियम वापस लेनेे का विकल्प चुन सकता है
8. LIC मार्केट प्लस 1 पॉलिसीहोल्डर प्लान के विरूद्ध लोन नहीं ले सकते हैं
9. 3 साल की लॉक-इन अवधि है, जिसके बाद पॉलिसीहोल्डर्स योजना को सरेंडर कर सकते हैं और अपना पैसा वापस पा सकते हैं
विवरण
|
न्यूनतम
|
अधिकतम
|
प्रवेश आयु
|
18 साल (पिछले जन्मदिन पर)
|
65 साल (जन्मदिन के सबसे करीब)
|
मैच्योरिटी आयु
|
न्यूनतम- 40 साल(पूर्ण)
|
75 साल (जन्मदिन के सबसे करीब)
|
पॉलिसी टर्म
|
10 साल
|
57 साल
|
सम एश्योर्ड
|
रूपये 30,000
|
सिंगल प्रीमियम: प्रीमियम के बराबर
रेगुलर प्रीमियम:
o क्रिटिकल इलनेस राइडर के साथ: यदि प्रवेश आयु 40 वर्ष से कम है तो 10 गुना एनुअल प्रीमियम; यदि प्रवेश आयु 41 वर्ष या उससे अधिक है तो 5 गुना एनुअल प्रीमियम
o क्रिटिकल इलनेस राइडर के बिना: यदि प्रवेश आयु 40 वर्ष से कम है तो 20 गुना एनुअल प्रीमियम; यदि प्रवेश आयु 41 वर्ष या उससे अधिक है तो 10 गुना एनुअल प्रीमियम
|
डिफरमेंट टर्म
|
रेगुलर प्रीमियम: 10 साल
सिंगल प्रीमियम: 5 साल
|
-
|
प्रीमियम
|
रेगुलर मंथली ECS मोड: रूपये 15 साल और अधिक के डेफेरमेंट के लिए 1,000 प्रति माह, 10 से 14 साल के डेफेरमेंट के लिए 1,500 प्रति माह
रेगुलर मोड: रूपये 20 साल और अधिक के डेफेरमेंट के लिए 5,000 प्रति माह, 15 से 19 साल के डेफेरमेंट के लिए 10,000 प्रति माह 10 से 14 साल के डेफेरमेंट के लिए 15,000 प्रति वर्ष
सिंगल प्रीमियम: रूपये 5 साल और अधिक के डेफेरमेंट के लिए 30,000
|
कोई सीमा नहीं
|
प्रीमियम के भुगतान का माध्यम
|
सिंगल प्रीमियम, रेगुलर पे
|
प्रीमियम के भुगतान की फ्रिक्वेंसी
|
ऐनुअली, हाफ इयरली, क्वाटरली, मंथली, सिंगल प्रीमियम
|
LIC मार्केट प्लस 1 - बेनिफिट्स
-
LIC द्वारा फंड वैल्यू का उपयोग इंन्शुर्ड पॉलिसीहोल्डर को एन्युटी पेंशन प्रदान करने के लिए किया जाता है
-
पॉलिसीहोल्डर के पास अपनी पेंशन का 1/3 भाग कम्यूट करने का विकल्प होता है, इस स्थिति में उन्हें इस तरह से कम्यूट राशि के बराबर लम सम पेमेंट प्राप्त होगा। बाकी फंड वैल्यू का भुगतान एन्युटी के रूप में किया जाएगा
-
डेथ बेनिफिट में कवर के साथ प्लान के लिए एम एश्योर्ड और फंड वैल्यू शामिल है, जबकि कवर के बिना प्लान नॉमिनी को फंड वैल्यू के बराबर राशि प्रदान करेगा।
-
LIC मार्केट प्लस 1 प्लान 70 वर्ष की आयु तक एक एक्सीडेंट राइडर प्रदान करता है। न्यूनतम और अधिकतम कवर क्रमशः रुपये 25,000 और रूपये 50 लाख हैं
-
पॉलिसीहोल्डर्स 3 साल के बाद पॉलिसी सरेंडर कर सकते हैं और अपना पैसा वापस पा सकते हैं
निवेश के लिए चार फंड विकल्प प्रदान करता है: पॉलिसीहोल्डर को चुनने के लिए बॉन्ड फंड, सिक्योर्ड फंड, बैलेंस्ड फंड और ग्रोथ फंड
LIC मार्केट प्लस 1- फंड का विवरण
पॉलिसीहोल्डर चार में से किसी एक फंड में निवेश करना चुन सकते हैं:
-
बॉन्ड फंड: कम से कम 60% गवर्नमेंट गारंटीड सिक्योरिटीज या कार्पोरेट डेब्ट में और 40% से कम शॉर्ट-टर्म मनी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करता है। लो रिस्क प्रोफाइल है
-
सिक्योर्ड फंड: स्थिर आय स्रोत बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है। कम से कम 45% गवर्नमेंट गारंटीड सिक्योरिटीज या कार्पोरेट डेब्ट में और 40% से कम शॉर्ट-टर्म मनी इंस्ट्रूमेंट मे और 15% से 55% किसी को पब्लिक इक्विटी में निवेश करता है। लो से मीडियम रिस्क प्रोफाइल है
-
बैलेंस्ड फंड: संतुलित आय बनाने और विकास के अवसरों को आगे बढ़ाने का एक उद्देश्य होता है। फंड कम से कम 30% गवर्नमेंट गारंटीड सिक्योरिटीज या कार्पोरेट डेब्ट में और 40% से कम शॉर्ट-टर्म मनी इंस्ट्रूमेंट मे और 30% से 70% किसी को पब्लिकली लिस्टेड इक्विटी शेयर्स में निवेश करता है। मीडियम रिस्क प्रोफाइल है
-
ग्रोथ फंड:लॉन्ग-टर्म कैपिटल ग्रोथ पर केंद्रित होता है और कम से कम 20% गवर्नमेंट गारंटीड सिक्योरिटीज या कार्पोरेट डेब्ट में और 40% से कम शॉर्ट-टर्म मनी इंस्ट्रूमेंट मे और 40% से 80% किसी को पब्लिकली लिस्टेड इक्विटी शेयर्स में निवेश करता है। लो रिस्क प्रोफाइल है
LIC मार्केट प्लस 1 - राइडर्स
अतिरिक्त सुरक्षा के लिए LIC मार्केट प्लस -1 के साथ शामिल होने के लिए निम्नलिखित राइडर्स उपलब्ध हैं:
लाइफ कवर के विकल्प
यह राइडर पॉलिसीहोल्डर को 75 वर्ष की आयु तक पॉलिसी कवरेज सीमा के अधीन लाइफ कवर चुनने का विकल्प प्रदान करता है।
एक्सीडेंट बेनिफिट के विकल्प
यह राइडर लाइफ कवर देने वाले प्लान के साथ उपलब्ध है और रुपये 25,000 से रूपये लेकर 50,00,000 तक एक्सीडेंट बेनिफिट प्रदान करता है यानि कि लाइफ कवर के बराबर। एक्सीडेंट बेनिफिट के साथ अतिरिक्त डेट बेनिफिट भी ऑफर किया जाता है।
क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट विकल्प
यह राइडर लाइफ कवर देने वाले प्लान के साथ उपलब्ध है और रुपये 25,000 से रूपये लेकर 10,00,000 तक एक्सीडेंट बेनिफिट प्रदान करता है यदि पॉलिसी 10 साल या उससे अधिक समय तक लागू होती है। इस राइडर का लाभ 60 वर्ष की आयु तक के पॉलिसीहोल्डर उठा सकते हैं और वह 35 वर्ष की पॉलिसी अवधि के लिए भी।