मेडिक्लेम पॉलिसी एक ऐसी स्वास्थ्य पॉलिसी है जो किसी भी स्वास्थ्य आतापत्काल में आपके मेडिकल खर्चों का बीमा धन तक ध्यान रखती है। इसमें बीमा कंपनी दुर्घटना या बीमारी होने पर अस्पताल भर्ती में होने वाले इन पेशेंट कवर, डे केयर इलाज आदि का खर्चा उठाती है।
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आपकी मेडिक्लेम या स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी बीमा धन जितने कोविड़ के इलाज का खर्चा भी उठाती है। हालाँकि अधिकतर मेडिक्लेम पॉलिसी कोरोनावायरस मे उपयोग में आने वाली वस्तुओं जैसे पीपीई किट, मास्क, ग्लव्स, ऑक्सीमीटर, वेंटीलेटर आदि का खर्चा नहीं उठाती। आईआरडीआई के निर्देशानुसार सभी मेडिक्लेम पॉलकिय ने कोविड़ मेडिक्लेम बीमा पॉलिसी शुरू कर दी है।
अधिकतर कोविड़-19 प्लान में अस्पताल भर्ती से पहले और बाद का खर्चा उठाया जाता है जब तक न्यूनतम अस्पताल भर्ती 24 घंटे की हो। कोरोना रक्षक और कोरोना कवच जैसी कोविड़ पॉलिसी घरेलु इलाज या आयुष इलाज को भी कवर करती है अगर किसी डॉक्टर ने बताया हो तो। ज्यादा जानकरी के लिए पॉलिसी को पढ़ना चाहिए।
अगर आपके पास नियोक्ता द्वारा मेडिक्लेम पॉलिसी दी गयी है तो उसमें आप कोविड़ कवरेज देख सकते हैं और उसे अपने हिसाब से उन्मूलित करवा सकते हैं। अगर आप कोविड़ 19 मेदिलकाइम पॉलिसी लेना चाहते हैं तो आपको वेटिंग पीरियड पूरा करना होगा। पॉलिसी के लाभ और अपवर्जन अच्छे से देख लें कि यह आपके काम की है या नहीं। जहाँ तक है, सभी पॉलिसी कोरोनावायरस के इलाज को कवर करती हैं पर उपयोगी वस्तुओं के लिए आपको अलग से पॉलिसी लेनी होगी।
भारत के इनकम टैक्स अधिनियम 1961 की धरा 80डी के तहत आप मेडिक्लेम प्रीमियम भुगतान पर टैक्स लाभ भी ले सकते हैं।
मेडिक्लेम पॉलिसी लेने से पहले उसके लाभ और अन्य विशेषताएँ जानना ज़रूरी है। साथ ही बढ़ते मेडिकल खर्चे, बीमारियाँ, अस्पताल खर्च आदि को देखते हुए वित्तीय सहारे के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी होना ज़रूरी है। कोई मेडिकल आपातकाल होने पर यह सहारा दे सकती है। इसके और भी अन्य बीमा लाभ हैं जैसे:
बहुत से तरह मेडिक्लेम पॉलिसी उपलब्ध है। आप अपनी ज़रुरत के हिसाब से पॉलिसी लेकर निश्चिन्त हो सकते हैं। आइए कुछ मेडिक्लेम प्लान पर एक नज़र डालें:
व्यक्तिगत मेडिक्लेम पॉलिसी सिर्फ धारक को ही कवर देती है। प्रीमियम के भुगतान पर सिर्फ एक व्यक्ति मेडिकल बीमा लाभ ले सकता है। भारत में बहुत सी स्वास्थ्य बीमा कम्पनियाँ हैं जो व्यक्तिगत मेडिक्लेम पॉलिसी देती हैं।
परिवार फ्लोटर मेडिक्लेम पॉलिसी एक व्यक्ति को कवरेज देने के साथ माता पिता, जीवनसाथी और बच्चों को भो कवर देती है।
सीनियर सिटीजन मेडिक्लेम पॉलिसी 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों के अस्पताल बहरति के खर्चे को कवर देती हैं।
विकट बीमारी पर होने वाला खर्च बहुत ज्यादा होता है। विकट बीमारी बीमा जानलेवा बीमारी जैसे किडनी फेलियर, कार्डिओवुलकुलर बीमारी आदि को कवर करती है।
मेडिक्लेम पॉलिसी |
स्वास्थ्य बीमा
|
यह आपके मेडिकल खर्चे की अदायगी करता है। |
यह किसी पुरानी विकट बीमारी के निदान होने पर मेडिकल खर्चे के अलावा आपको एक मुश्त रकम देता है। |
यह वक्त बीमारी से ज्यादा कवर करता है जैसे दुर्घटना में होने वाला अस्पताल भर्ती का खर्च। |
यह सिर्फ हार्ट अटैक, किडनी फ़ैल, पैरालिसिस जैसे बीमारी को कवर करता है। |
अस्पताल भर्ती होने पर होने वाले खर्चे बचाने के लिए यह पॉलिसी है। |
यह सिर्फ विकट बीमारी खर्च और बीमारी से होने वित्तीय नुकसान की भी भरपाई करता है। |
विस्तार से पढ़ें: मेडिक्लेम बनाम स्वास्थ्य बीमा
मेडिक्लेम पॉलिसी में दो तरह के क्लेम होते हैं :
अदायगी बीमा कंपनी को हुए अस्पताल भर्ती या भविष्य में होने वाले अस्पताल भर्ती के बारे में बताना होगा। यह आप ईमेल करके या फ़ोन करके बता सकते हैं। अदायगी के लिए आपको सरे भुगतान रसीदें, बहार से ली दवाइयों के बिल जमा करने होंगे। आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि मूल डिस्चार्ज लेटर, अंतिम बिल और भुगतान रसीदें एक जगह हो जिससे आप बीमा कंपनी को देकर अदायगी लें सकें।
वैसे तो सभी पॉलिसी अलग अलग होती हैं पर फिर भी नीचे दिए गए खर्चे सभी में कवर होते हैं:
यह अस्पताल भर्ती के सभी खर्च जैसे- ओटी चार्ज, डायग्नोस्टिक प्रक्रिया, ब्लड ऑक्सीजन, दवाई, चेमोथ्रॉपी, एक्स रे, रेडियोथेरेपी, डोनर खर्च, पेसमेकर आदि को कवर करती है।
ऐसे तकनीकी काम जिसमेँ 24 घंटे से अधिक अस्पताल में रहना नहीं पड़ता जैसे कैटरेक्ट सुर्जेय आदि की खर्चे को कवर करती है।
अस्पताल भर्ती से 30 दिन पहले और बाद में 60 दिन तक का खर्च, एम्बुलेंस खर्च की अदायगी दी जाती है।
कैशलेस अस्पताल इलाज में रेगुलर वार्ड और आईसीयू का पूरा खर्च ऐडा किया जाता है।
डॉक्टर, नर्स, सर्जन, एनेस्थटिस्ट की फीस की भी अदायगी की जाती है।
सभी मेडिक्लेम की सीमाएँ होती है। नीचे दिए गयी परिस्थितियों में आपका क्लेम अस्वीकार हो सकता है:
अगर आप मेडिक्लेम पॉलिसी खरीदना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए। इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आप बाजार के कई प्लान की तुलना कर सकते हैं।
व्यक्तिगत प्लान में एक व्यक्ति और फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स में पूरा परिवारर एक बीमा धन के लिए सुरक्षित होता है। फॅमिली फ्लोटर में धारक की मृत्यु होने के बाद बचे हुए परिवारजन पॉलिसी को रेन्यु नहीं करवा सकते। व्यक्तिगत प्लान में अलग अलग आधारों पर बीमा किया जाता है। किसी एक उम्र तक पहुंचना पर वेव बीमा कवरेज अन्य परिवारजनों को पप्रभावित नहीं करेगा।
बीमा धन या कवरेज रकम तय करने से पहले महंगाई, सर्जरी का खर्च आदि को ध्यान में ले लें। अगर आप किसी शहर में रहते हैं तो आपका खर्च गाँव वाले से ज्यादा होगा। इसी तरह अगर आप अपने परिवारजनों के लिए पॉलिसी लेना चाहते हैं तो आपको ज्यादा बीमा धन लेना चाहिए।
बहुत से मेडिक्लेम प्लान को-भुगतान के साथ आते हैं। को-भुगतान एक ऐसा प्रतिशत है जो क्लेम करते समय बीमा कंपनी के क्लेम सेटल करने से पहले धारक को देना होता है। यह बीमा कंपनी के अनुसार 10 से 30 प्रतिशत तक होता है।
हर मेडिक्लेम प्लान पॉलिसी धारक के मेडिकल रिस्क को ध्यान में रखते हुए बनती है। हालाँकि कुछ अपवर्जन या तो किसी प्लान में नहीं हप्ते या कही नहीं होते। एचआईवी इन्फेक्शन, ड्रग या नशे की लत, ख़ुदकुशी करने से, कंजेनिटल बीमारी आदि से होने वाली कोई भी परिस्थिति मेडिक्लेम में कवर नहीं होती है। हालाँकि, वेटिंग पीरियड के बाद हिस्टरेक्टमी, किडनी स्टोन, गल्ल ब्लैडर सुर्जेय, मैटरनिटी आदि के बाद कवर होता है।
मेडिक्लैम पॉलिसी की सबसे खास बात है नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस इलाज। सभी बीमा कम्पनियों के नेटव्रक अस्पताल होते हैं जिसमें भर्ती होने पर आप सोवेरगाए के जितना कैशलेस इलाज करवा सकते हैं। इससे मुश्किल के समय में वित्तीय सहरा मिलता है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले आप यह अच्छी तरह देख लें की कंपनी का किस अस्पताल से जुड़ाव है और आपके आस पास कोई ऐसा अस्पताल है न।
ऐसे तो पॉलिसी में एक साल का रिन्युअल मिलता है परन्तु, यह आपके और आपकी बीमा कंपनी के बीच यही। इसलिए आपकी हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी आपको एक उम्र तक कवर करनी चाहिए क्योंकि बाद में बीमा मिलना आसान नहीं है। अगर उस उम्र में आपकी पॉलिसी आपको कवरेज नहीं डीटी तो पॉलिसी लेने से कोई शांति नहीं मिलेगी।
यह सिर्फ तब ही ज़रूरी है जब आपके प्लान लेने से पहले कोई बीमारी हो। इसमें पुरानी बीमारी से होने वाली नै बीमारी भो कवर होती है। जैसी प्लान लेते समय आपको मधुमेह की बीमारी थी और बाद में आपको दिल की बीमारी हो गयी तो उसे भी पुरानी बीमारी ही मन जायेगा। सभी बीमा कंपनी यह शर्त रखती हैं कि कुछ साल तक प्लान रेन्यु करवाने पर ही पुरानी बीमारी कवर होगी। एक अच्छी मेडिक्लेम पॉलिसी पुराणी बीमारी को जल्द से जल्द कवर कर लेगी।
आज की तेज़ दुनिया में सब कुछ ऑनलाइन हो जाता है, कॉलेज जाने से खाना मंगवाने तक। तो मेडिक्लेम बीमा ऑनलाइन लेना कोई बड़ी बात नहीं है। बीमा कंपनी और आपके बीच के फैसले को काम करते हुए पॉलिसी बाजार आपको बढ़िया मेडिक्लेम पॉलिसी के बारे में बताता है। आप पॉलिसी बाजार को अपना नाम, वार्षिक आय, काम आदि बताकर बहुत से मेडिक्लेम पॉलिसी के कोट निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं और एक क्लिक से उनकी तुलना भी कर सकते हैं। प्लान की तुलना करते समय उनकी सीमा, कवरेज और अस्पतालों पर ध्यान दें। पॉलिसी लेते समय आप हमारा मेडिक्लेम प्रीमियम कैलकुलेटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने वित्तीलक्ष्य तक पहुँच सकते हैं। इसलिए अच्छे से तुलना करके सस्ते दाम में मेडिक्लेम पॉलिसी खरीदें।
उत्तर-वह ओटी खर्च, दवाई, ऑक्सीजन,ब्लड और कोई भी टेस्ट का खर्च कवर करती है। इसमें डे केयर इलाज के खर्च, डायग्नोस्टिक टेस्ट, और तकनीति इलाज भी कवर होता है। इसमें अस्पताल 30 दिन पहले और 60 दिन तक का खर्च भी कवर होता है।
उत्तर- आईआरडीआई के निर्देषानुरसर सभी मेडिकल बीमा कंपनियों को कवारेन्टाइन और अस्पताल के खर्च को उठाना होगा। कई कम्पनियाँ कोरोनावायरस स्वास्थ्य बीमा, भी दे रही हैं और अन्य उसे अपने मेडिक्लेम में शामिल कर रहे हैं। हालाँकि कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद आप अपने बीमा कंपनी से पूछ लेना चाहिए।
उत्तर- इसके दो तरीके हैं : अदायगी और कैशलेस क्लेम। अदायगी के लिए आपको बीमा कंपनी या टीपीए को अपने अस्पताल भर्ती के बारे में बताना होगा। इसके साथ आपको सभी मेडिकल बिल अदायगी तक रखने होंगे। कैशलेस क्लेम के सभी जानकारी भरनी होगी और उसे बीमा कंपनी को देना होगा। और बीमा कंपनी (बीमा धन जितनी) क्लेम अस्पताल के साथ सीधे सेटल कर देगी।
उत्तर-मेडिक्लेम पॉलिसी एक कंपनी से दूसरी कंपनी पर निर्भर करते हैं। सभी पॉलिसी में वेटिंग पीरियड से पहले पुरानी बीमारी, ख़ुदकुशी, कॉस्मेटिक सुर्जेय, गैरकानूनी काम आदि कवर नहीं होता।अधिक जानकारी पॉलिसी के दस्तावेज़ में अपवर्जन देख सकते हैं।
उत्तर -ऑनलाइन बहुत से प्लान उपलब्ध हैं और आप उन में से कोई भी प्लान ले सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर आप बहुत सी कंपनियों और की तुलना करके मेडिक्लेम पॉलिसी ले सकते हैं। बहुत से प्लान कम प्रीमियम में अच्छा कवरेज देते हैं। आप अपने और अपने परिवार के लिए अच्छा प्लान ले सकते हैं।
उत्तर- एक बीमा कंपनी से दूसरी में उम्र अलग अलग होती है। इसमें लगभग 18 से 65 साल के लिए होता है और 91 दिन के नवजात शिशु के लिए भी होती है। कई प्लानों में आजीवन रिन्युअल भी होता है।
उत्तर- आपको सबसे अपनी पॉलिसी के नाम , अस्पताल और इलाज के बारे में पहले टीपीए को बताना होगा। उसके बाद आपको क्लेम फॉर्म भरना होगा जिसमें आपका पॉलिसी नंबर, अस्पताल का नाम और इलाज का विवरण देना होगा। इसके बाद अआप्को अस्पताल के टीपीए विभाग में अपने दस्तवेज़ जमा कराने होंगे। बीमा कंपनी को दस्तवेज़ देने के बाद क्लेम आगे बढ़ाया जायेगा।
उत्तर- व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा प्लान में दुघ्टना कवर होती है। आप अपनी मेडिक्लेम पॉलिसी के साथ ऐड ऑन की तरह व्यक्तिगत दुर्घटना कवर ले सकते हैं।
उत्तर- कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी में बीमा कंपनी सीधे अस्पताल के साथ भर्ती खर्च सेटल कर देती है। आपको बीमा धन तक कोई भी पैसा नहीं देना होगा।
उत्तर- अधिकतर मेडिक्लेम पॉलिसी में लासिक सुर्जेय कवर नहीं होती। हालाँकि कुछ योग्यता मिलने पर आपको क्लेम का लाभ मिल सकता है। पॉलिसी लेने से पहले बीमा कंपनी से लासिक सर्जरी कवर देख लें या पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ लें।
उत्तर- मूल स्वास्थ्य प्लान में दुर्घटना के अलावा डेंटल इलाज कवर नहीं होता। हालाँकि कुछ बीमा कम्पनियाँ डेंटल इलाज को ऐड ऑन की तरह देती हैं। इसके लिए आपको अतिरिक्त प्रीमियम देना होगा(अगर कोई)।
उत्तर -समूह मेडिक्लेम योजना द्वारा दी जाने वाले पॉलिसी है जिसमें उनके जीवनसाथी, बच्चे और माता पिता को भी कवर किया जाता है। प्रीमियम का भुगतान धारक की जगह नियोक्ता करता है औरर बीमित लोगों के आधार पर उसे उन्मूलित भी कर सकता है। इसका कवरेज सीमित होता है इसलिए अलग से पॉलिसी भी लेनी चाहिए।
उत्तर-अंतर्राष्टीय मेडिक्लेम पॉलिसी या ओवरसीज मेडिक्लेम पॉलिसी विदेश में बीमार होकर अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर करती है।
उत्तर-फ्लोटर मेडिक्लेम पॉलिसी में आपको और आपके परिवार को एक ही प्रीमियम और बीमा धन में कवर किया जाता है।
उत्तर- मेडिलक्लाइम पॉलिसी को पोर्ट करना बहुत आसान होता है। आपको अपने प्लान के खत्म होने से 45-60 दिन पहले अपने बीमा कंपनी को बताना होगा। आपको पोर्टेबिलिटी फॉर्म भरकर अपनी पुराणी स्वास्थ्य बीमा की जानकारी देकर पोर्टेबिलिटी के लिए आवेदन देना होगा।
उत्तर- अधिकतर बीमा कम्पनियाँ पॉलिसी लेने के 30 दिन तक कोई क्लेम स्वीकार नहीं करती। हालाँकि वह 30 दिन के भीतर होने वाली दुर्घटना अस्पताल भर्ती को कवर करती है।
उत्तर- मेडिक्लेम और स्वास्थ्य बीमा की कुछ मुख्य अंतर इस प्रकार हैं: 1. मेडिक्लेम में सिर्फ अस्पताल भर्ती खर्च कवर होता है स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में अस्पताल भर्ती से पहले का खर्च, दुर्घटना खर्च, अस्पातल भर्ती का ख़र्च, एम्बुलेंस खर्च,डॉक्टर फीस का ख़र्च भी होता हैं। 2. मेडिक्लेम पॉलिसी में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के ऐड ऑन लाभ नहीं होते जैसे- विकट बीमारी कवर, मटेरनोटी कवर, निजी दुर्घटना कवर आदि।
उत्तर- भारत में निम्नलिखित मेडिक्लेम पॉलिसी मिलती हैं- 1. फॅमिली फ्लोटर पॉलिसी- जो आपको और आपके परिवार को एक बीमा धन में बीमित करती है। 2. व्यक्तिगत मेडिक्लेम पॉलिसी- जो बीमित व्यक्ति के अस्पताल भर्ती ख़र्च को कवर करती है। 3. समूह मेडिक्लेम पॉलिसी- इसमें एक प्लान में बहुत से लोगों को बीमित किया जा सकता है। नियोक्ताओं द्वारा अपने नियुक्त के लिए समूह मेडिक्लेम पॉलिसी या नियोक्ता मेडिक्लेम पॉलिसी ली जाती है।
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